प्रथम बार येसु ने सन्त फौस्तीना को आदेश दिया कि वह दिव्य दया के उत्सव की तैयारी में पवित्र शुक्रवार को शुरू कर, पास्का अठवारे के शनिवार तक यह नोवेना करें। हर दिन का मुख्य उद्देश्य भी प्रभु येसु ने दिया।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य : सारी पापी मानवजाति की आत्माओं के लिए। प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : "आज सारी मानवजाति को विशेषकर सभी पापियों को मेरे पास लाओ और उन्हें मेरे दया के सागर में डूबा दो। इस प्रकार तुम मुझे आत्माओं के खो जाने से जो दुःख होता है, उसमें सांत्वना प्रदान करोगी।"
प्राप्त कृपा: आइए हम प्रार्थना करें कि ईश्वर समस्त मानवजाति पर, विशेष कर पापियों पर अपनी दया की वर्षा करें।
प्रभु येसु से प्रार्थना: हे अति दयावान येसु, जो स्वभाव से दया का धनी व क्षमावान है। हमारे पापों पर दृष्टि मत डाल परंतु हमारे भरोसे पर जो हमने आप की अनन्त दया पर प्रकट किया है। हम सबों को अपने अति पवित्र हृदयधाम में स्वीकार कर। किसी भी व्यक्ति को आपसे भटकने मत दीजिए। हम यह निवेदन करते हैं उस प्रेम के द्वारा जो आप को पिता और पवित्र आत्मा से, हमारे समझ से परे, पवित्र त्रियेक की संयुक्तता से प्राप्त होता है।
(दिव्य दया की माला विनती करें)
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
हे शाश्वत परम् पिता आपकी दया दृष्टि सारी मानव जाति पर पड़े, जिनकी एकमात्र आशा आपके पुत्र और हमारे पुत्र येसु खीस्त के अति दयावान हृदय में निहित हैं। उनके दुःखपूर्ण पीड़ा द्वारा हम पर दया कर, जिससे हम आपके अपार सामर्थ्य की महिमा अनन्तकाल तक कर सकें। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य : पुरोहितों और धर्मबहनों की आत्माओं की मुक्ति हेतु। प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा "आज समस्त पुरोहितों व धर्मबहनों (मठवासियों) की आत्माओं को मेरे अथाह दया के सागर में लाकर डुबाओ। मुझे इनके द्वारा मेरी पीड़ा में सहनशक्ति और मानव जाति को, मेरी दया की धारा में प्रवाह होने का अवसर मिलता है।"
प्राप्त कृपा : आइए हम समस्त पुरोहितों व धर्मबहनों (मठवासियों) के लिए प्रार्थना करें, जिनके द्वारा समस्त मानव जाति को ईश्वरीय दया मिलती है।
प्रभु येसु से प्रार्थना : हे अति दयालु येसु, जो सारी भलाई का उद्गम है, सभी पुरोहितों और धर्मबहनों में अपनी कृपा के दानों की वृद्धि कर, जिससे वे योग्य रीति से आपकी दाखलता में फलदायक बनकर, अपने कर्तव्य का पालन कर सकें। अपने वचन एवं कर्म द्वारा सबों को, आपकी दया व अनुग्रह हेतु, ईश्वर की आराधना के लिए प्रेरित करें।
(दिव्य दया की माला विनती करें)
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ।(33 बार)
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य : विश्वस्त व धर्मियों की आत्माओं हेतु। प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा "आज सभी धर्मी व ईमानदार विश्वासी आत्माओं को मेरे दया के सागर में लाकर डुबाओ। मुझे इन आत्माओं ने क्रूस के रास्ते में सांत्वना दी थी। ये पीड़ा के सागर में सांत्वना की बूँदों के समान है।"
प्राप्त कृपा : आइए हम सभी विश्वस्त खीस्तीय विश्वासियों के लिए प्रार्थना करें।
प्रभु येसु से प्रार्थना : हे अति दयालु येसु जो अपने अनन्त कृपा के खजाने से सबों पर अपनी अनुग्रह की वर्षा करता है, सभी खीस्तीय विश्वासियों को अपने अति दयालु हृदय में आश्रय प्रदान करें। उन्हें कभी आपसे अलग न होने दीजिए। यह निवेदन हम आपसे करते हैं।
(दिव्य दया की माला विनती करें)
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य : अविश्वासियों एवं गैर खीस्तीय आत्माओं के लिए। येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा "आज सभी अविश्वासी व गैर खीस्तीयों को मेरे पास लाओ। मैंने अपने दुःखभोग के समय उनको भी याद किया था। उनके भावी धर्मोत्साह ने मेरे हृदय को दिलासा दी थी। उन्हें भी लाकर मेरे असीम दया के सागर में डुबाओं।"
प्राप्त कृपा : आइए हम अविश्वासियों और येसु को नहीं जानने वालों को ईश्वरीय दया की अज्ञानता को दूर करने के लिए प्रार्थना करें।
प्रभु येसु से प्रार्थना : हे अति दयालु येसु, जो सभी के उद्धार की आशा हो, उन आत्माओं को अपने प्रकाश की किरणों से रोशन कीजिए, ताकि वे भी आपको जान सकें और आपके द्वारा पाई जाने वाली शांति का अनुभव कर सकें। उन्हें अपने प्रेम से आकर्षित कीजिए ताकि वे भी आपके हृदय में शरण पाएं।
(दिव्य दया की माला विनती करें)
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
पिता से समापन प्रार्थना : हे शाश्वत परम पिता, हम प्रार्थना करते हैं कि वे आत्माएँ जो अभी आपको नहीं जानती, आपकी कृपा से प्रकाशित होकर आपके पुत्र येसु खीस्त के प्रेम और दया को पहचान सकें। उन्हें आपके राज्य में बुलाइए और अनन्त जीवन का भागी बनाइए। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य: कलीसिया से अलग हो गये खीस्तीय भाई-बहनों की आत्माओं के लिए।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा: "आज उन लोगों को मेरे पास लाओ जो कलीसिया से अलग हो गये हैं। उन्हें मेरे दया के सागर में डुबाओ। मेरे दुःखभोग के समय उन्होंने मेरे शरीर व हृदय को फाड डाला था। जैसे-जैसे वे कलीसिया की मण्डली में आते हैं, वे मेरे घावों को चंगा व दुःखों को हल्का करते हैं।
प्राप्त कृपा: आईये हम कलीसिया से अलग हुए और विश्वास में डगमगाते विश्वासियों के लिए प्रार्थना करें।
प्रभु येसु से प्रार्थना: हे अति दयालु येसु, जो स्वयं भलाई है, जो कोई विनीत भाव से दया की याचना करता है उनका आप तिरस्कार नहीं करते हैं। हम आपके विश्वास से भटके लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं कि आप उन्हें अपने दयालु हृदय में शरण पाने दें। उन्हें अपनी ज्योति की एकता से कलीसिया में लाईये, जिससे वे सब, हम सबों के साथ आपकी महती दया की महिमा अनन्तकाल तक कर सकें। आमेन।
दिव्य दया की माला विनती करें:
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य: विनम्र आत्माओं और बच्चों की आत्माओं के लिए।
येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा "आज विनम्र आत्माओं और बच्चों की आत्माओं को मेरे पास लाओ। ये आत्माएँ मेरे हृदय के अनुरूप हैं। ये मुझे मेरी पीड़ा में शक्ति प्रदान करती हैं। ये स्वर्गदूतों के समान मेरी वेदी के पहरेदार है। इन पर मैं अपने अनुग्रह की वर्षा करूँगा। विनम्र आत्माएँ ही मेरी कृपा स्वीकार करती हैं। मैं विनम्र आत्माओं पर भरोसा रखता हूँ।
प्राप्त कृपा: आईये हम विनम्र एवं बच्चों की आत्माओं के लिए प्रार्थना करें।
प्रभु येसु से प्रार्थना: हे करुणामय येसु आपने कहा "मुझसे सीखो मैं स्वभाव से नम्र और विनीत हूँ।" हे प्रभु अपने अति करुणामय हृदयधाम में नन्हें बच्चों और उन आत्माओं को भी जो नन्हें बच्चों के समान नम्र व विनीत बन गयी है, अपने राज्य में स्वीकार कीजिए। वे स्वर्ग में पिता के सिंहासन के सामने सुगंधित फूलों के समान आपकी स्तुति करें, आपको प्रसन्न करें। उन्हें यह सौभाग्य प्रदान कर, कि वे आपके पवित्र हृदय में निवास कर निरंतर ईश्वरीय दया की आराधना करते रहें। आमेन।
दिव्य दया की माला विनती करें:
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य: दिव्य दया की आराधना व सम्मान करने वालों की आत्माओं के लिए।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा "आज उन सब आत्माओं को मेरे पास लाओ जो विशेष रूप से मेरे अनुग्रह की उपासना व महिमा करते हैं। उन्हें मेरे दया के सागर में डुबाओ। ये आत्माएँ मेरी पीड़ा सहती है, ये आत्माएँ मेरी आत्मा के अत्यंत निकट हैं। ये मेरे पवित्र हृदय की जीवित प्रतिमाएँ हैं। ये आत्माएँ। दूसरे जीवन में अधिक चमक दिखलायेगी। इनमें से एक भी नरक की अग्नि में नहीं जाएगा। मैं व्यक्तिगत रूप से इन आत्माओं की रक्षा करूँगा।"
प्राप्त कृपा: आईये हम दिव्य दया की उपासना व सम्मान करने वाली आत्माओं के लिए प्रार्थना करें।
प्रभु येसु से प्रार्थना: हे अति दयालु येसु, जिनका हृदय प्रेम और दया का स्रोत है इन आत्माओं को स्वीकार कीजिए जो आपके अति दिव्य दया की आराधना व महिमा का वर्णन करते हैं। इन आत्माओं को स्वयं ईश्वर से शक्ति मिलती है। जो निरन्तर परीक्षा व कष्ट द्वारा आपके क्रूस की पीड़ा सहते रहने की कामना करते हैं। इन्हें अपनी असीम दया का कवच प्रदान करें। जिससे वे आपके वरदानों में दृढ़ प्रतिज्ञ, धैर्यवान व संयमी बने रहें। आमेन।
दिव्य दया की माला विनती करें:
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य: शोधक अग्नि में बंधक आत्माओं के लिए।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा "आज उन आत्माओं को मेरे पास लाओ जो शोधक अग्नि में बंधक हैं। उन्हें मेरे दया के सागर से प्रवाह करो। मेरे लहू की वेगधारा इनको झुलसती अग्नि में शीतलता प्रदान करेगी। ये सब आत्माएँ मुझे बेहद प्रिय हैं। ये मेरे न्याय का प्रतिफल भोग रही हैं। इन आत्माओं को सहायता प्रदान करना आपका कर्तव्य है। कलीसिया के सारे दण्ड मोचनों का उपयोग इन्हें बचाने के लिए करो। यदि तुम इनके दर्द को जानते तो इनके लिए भिक्षा दान और न्याय के ऋण की क्षमा के लिए निरन्तर प्रार्थना करती।
प्राप्त कृपा: आईये हम शोधक-अग्नि में बन्धक आत्माओं के लिए प्रार्थना करें। जो दिव्य न्याय भोग रहे हैं, येसु का पवित्र रक्त उनकी पीड़ा समाप्त कर दे।
प्रभु येसु से प्रार्थना: हे अति दयालु येसु, आपने कहा "मेरे स्वर्गीय पिता के समान दयालु बनो" सभी मृतक विश्वासियों की आत्माएँ जो शोधक अग्नि में दुःखभोग रही हैं उन्हें अपने अति दयावान हृदय में स्वीकार कीजिए। उनको सारी दण्डाज्ञा से मुक्ति प्रदान कीजिए अपनी हृदय से बहते पवित्र रक्त व जल की धारा से शोधक अग्नि की ज्वाला बुझा दीजिए। जिससे वहाँ भी आपकी दया की महिमा हो।" आमेन।
दिव्य दया की माला विनती करें:
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो। जैसे कि वह आदि में थी, अब है और अनंत काल तक सदा रहेगी। आमेन।
मुख्य उद्देश्य: शिथिल और उदासीन आत्माओं के लिए।
येसु ने सन्त फौस्तीन से कहा "आज शिथिल और उदासीन आत्माओं को मेरे दया के सागर में प्रवाहित करें। ये आत्माएँ मेरे हृदय के घावों को पीड़ा देती है। मैंने शिथिल आत्माओं के कारण गेतसेमनी बाग में भयंकर दुर्गन्ध से ध्वस्त अति प्राणघातक पीड़ा सहते रहे। इन आत्माओं के कारणवश मैंने कहा था 'हे पिता, यदि हो सके, तो यह प्याला मुझसे हटा ले।' इनकी मुक्ति की अन्तिम आशा मेरी महती दया की ओर पुनः लौटकर आना है।"
प्राप्त कृपा: आईये हम निरुत्साह और उदासीन आत्माओं के लिए प्रार्थना करें, जिन्होंने येसु को जैतून पहाडी के गेतसेमनी बाग में उनकी आत्मा की सडी हुई अवस्था के कारण दुर्गन्ध और पीडा पहुँचाई है।
प्रभु येसु से प्रार्थना: हे अति दयालू येसु, आप स्वयं करुणा हैं। सारी निरुत्साह शिथिल और उदास आत्माओं को आपके अति दयावान हृदयधाम में ले चलिये। जो अपनी अरुचि के कारण मृत्यु के गर्त के निकट हैं। हे दयालु येसु जैतून पहाड़ी के गेतसेमनी बाग में अपना मरण संकट द्वारा निरुत्साह, उदास आत्माओं से अरूचि निकालकर उन्हें बचा लीजिए। अपने प्रेमाग्नि में मग्न कर, उन्हें भय व निरुत्साह से मुक्त करें, जिससे वे हमेशा आपकी असीम दया की स्तुति करते रहें। आमेन।
दिव्य दया की माला विनती करें:
[आत्माओं को बचाने के लिए विशेषकर मरने वालों के लिए यह प्रार्थना मददगार है। हम अपने और उनके पापों के लिए पश्चाताप कर सकते हैं, अपने और उनके नाम पर विश्वास कर सकते हैं कि येसु हमारे व्यक्तिगत मुक्तिदाता है, इस प्रकार मुक्ति याने पापों की क्षमा मिल जाती है। इस माला विनती से जो दण्ड हमें भोगना है वह भी रद्द किया जाता है। येसु की दया कितनी बड़ी है। उस में हमारा भरोसा है।]
हे हमारे पिता, जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाये। तेरा राज्य आवे, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में है वैसे पृथ्वी पर भी पूरी हो। हमारा प्रतिदिन का आहार आज हमें दे, और हमारे अपराध हमें क्षमा कर। जैसे हम भी अपने अपराधियों को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में ना डाल, परन्तु बुराई से बचा। आमेन।
कृपापूर्ण, प्रभु तेरे साथ है, धन्य तु स्त्रियों में और धन्य तेरा गर्भ का फल येसु । पवित्र मरिया, ईश्वर की माँ प्रार्थना कर हम पापियों के लिए अब और हमारे मरने के समय। आमेन।
हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं हम स्वर्ग और पृथ्वी के सृजनहार / सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर में / विश्वास करते हैं / और उसके इकलौते पुत्र हमारे प्रभु येसु में / हम विश्वास करते हैं, जो पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भ में आये / कुँवारी मरियम से जन्में /पौन्तुस पिलातुस के शासनकाल में दुःख भोगा। वह क्रूस पर ठोके गये / मर गए / दफनाए गए और अधोलोक में उतरे / वह तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे / स्वर्ग गये / और सर्वशक्तिमान पिता ईश्वर के दाहिने विराजमान है। वहाँ से जीवितों और मृतकों का न्याय करने फिर आएँगे। हम पवित्र आत्मा / पवित्र काथलिक कलीसिया / धर्मियों की सहभागिता / पापों की क्षमा / देह के पुनरुत्थान और अनंत जीवन में विश्वास करते हैं आमेन।
सब : हे शाश्वत परम् पिता, मैं अपने और सारे संसार के पापों के प्रायश्चित के लिए आपके परम प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येसु खीस्त का शरीर एवं रक्त, उसकी आत्मा और ईश्वरत्व को आपको चढ़ाता हूँ।
अगुआ : हमारे प्रभु येसु खीस्त के घोर दुःख भोग द्वारा।
सब : हम पर और सारे संसार पर दया कर। (10 बार)
अंत में बोलें : पवित्र ईश्वर, पवित्र सर्वशक्तिमान, पवित्र अमर, हम पर और सारे संसार पर दया कर। (3 बार)
हे शाश्वत ईश्वर, जो अनन्त दया और करुणा का असीम खजाना है कृपा करके हम पर दृष्टि डाल और हममें अपनी दया की वृद्धि कर। जिससे हम कठिन क्षणों में हताश व उदास न हों। बल्कि पूरे भरोसे के साथ अपने आपको, आपकी पवित्र इच्छा को समर्पित करें, जो प्रेम और दया है। आमेन।
प्रभु येसु ने सन्त फौस्तीना से कहा : मेरी बेटी, यदि आप अपने कार्यों में से समय निकाल सकती हैं तो इसी वक्त क्रूस-रास्ता करने का प्रयत्न कीजिए। यदि नहीं तो कम से कम मेरे प्रार्थनालय में जाकर पवित्र संस्कार में उपस्थित दया से भरपूर मेरे हृदय की आराधना कीजिए। और अगर यह भी असंभव है तो जहाँ कहीं भी हो, वहीं थोड़ी देर के लिए तुम्हारी आत्मा में मौजूद मेरी दया में लीन होकर उस दया की आराधना और स्तुति कीजिए। (1320-1572)
प्रभु येसु आप मर गये, किन्तु आत्माओं के लिए जीवन का स्रोत फूट निकला और सारे संसार के लिए दया का सागर खुल गया है। हे जीवन के स्रोत, हे असीम दिव्य दया, सारी दुनिया में समा जाईये और अपने को हम पर उण्डेल दीजिए। (डा. 1319)।
हे येसु के पवित्र हृदय से दया से स्रोत के रूप में बह निकले, पवित्र लहू और जल, मैं आप पर भरोसा रखता हूँ। (33 बार)