🙏प्रश्नों का जवाब देने से पहले कृपया पाठ अवश्य पढ़ें/सुनें।🙏
1. यदि कोई इस्राएली बलि-पशु का वध दर्शन-कक्ष के द्वार पर प्रभु को अर्पित किए बिना करता है, तो उसका क्या परिणाम होगा?
2. बलि-पशु का रक्त कौन और कहाँ छिड़कता है?
3. इस्राएलियों को वन-देवताओं को बलि देने से क्यों रोका गया?
4. यदि कोई प्रवासी होम-बलि अर्पित करता है परन्तु उसे दर्शन-कक्ष के द्वार पर नहीं लाता, तो उसका क्या दंड है?
5. रक्त का उपभोग करने वाले व्यक्ति के विषय में प्रभु ने क्या कहा?
6. बलि में रक्त क्यों आवश्यक है?
7. शिकार किए गए जानवर या पक्षी का रक्त कैसे निकालना चाहिए?
8. रक्त में क्या विशेषता है जिससे उसे पवित्र माना गया है?
9. यदि कोई मरे हुए या फाड़े हुए पशु का मांस खाता है, तो उसे क्या करना होगा?
10. यदि कोई व्यक्ति न तो स्नान करे और न ही अपने वस्त्र धोये, तो उसका क्या परिणाम होगा?