🙏प्रश्नों का जवाब देने से पहले कृपया पाठ अवश्य पढ़ें/सुनें।🙏
1. यदि कोई अभ्यंजित याजक अनजाने में पाप करता है, तो उसे किस प्रकार की बलि अर्पित करनी चाहिए?
2. पवित्र स्थान के अन्तरपट पर याजक रक्त को कितनी बार छिड़कता है?
3. यदि पूरा समुदाय अनजाने में प्रभु के आदेशों का उल्लंघन करता है, तो उन्हें कौन-सी बलि अर्पित करनी होती है?
4. बलि का कौन-सा भाग शिविर के बाहर जलाया जाता है?
5. यदि कोई नेता अनजाने पाप करता है, तो प्रायश्चित के लिए क्या अर्पित किया जाता है?
6. बलि के समय याजक रक्त को कहाँ लगाता है?
7. यदि सामान्य व्यक्ति पाप करता है, तो उसे प्रायश्चित के लिए क्या चढ़ाना चाहिए?
8. प्रायश्चित-बलि में चरबी को कैसे अर्पित किया जाता है?
9. मेमने को प्रायश्चित बलि के रूप में कब चढ़ाया जा सकता है?
10. जब याजक प्रायश्चित की विधि सम्पन्न करता है, तो उसका परिणाम क्या होता है?